नरेंद्र मोदी मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स: संघर्ष और मेहनत से पायी मंज़िल

नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

भाइयो, बहनों, मेरे प्यारे देशवासियो———ये लाइनें आज हर भारतवासी को सुहाने लगी हैं। जितनी लोकप्रिय ये लाइनें हैं उतना ही लोकप्रिय ये इंसान भी है।

संघर्ष और मेहनत इस इंसान के जीवन का मूलमंत्र है। जी हाँ, हम बात कर रहे है भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी की। जो भारत में ही लोकप्रिय नहीं बल्कि पूरे विश्व में सबकी पसंद है।

जीवन में कठिन रास्तों से होकर उन्होंने सफलता की सीढ़ी चढ़ी है। एक आम आदमी से खास इंसान बनने में बहुत कुछ बलिदान दिया है।

पूरा नाम (Full Name) नरेंद्र दामोदर दास मोदी (Narendra Modi)
जन्मदिन (Birth Date) 17 सितम्बर, 1950
जन्म स्थान (Birth Place) वडनगर (Vadnagar), गुजरात
राजनैतिक पार्टी (political party) भारतीय जनता पार्टी (BJP)
शिक्षा (Education)  Political Science
University of Delhi (BA-1978) – दिल्ली विश्वविद्यालय
Gujarat University (MA-1983) – गुजरात विश्वविद्यालय
धर्म (Religion) हिंदू (Hindu)
भाषा का ज्ञान (Language)  हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती
कद (Height)  1.7 मीटर
पेशा (Occupation) भारत के 14वें प्रधानमंत्री
यूट्यूब चैनल (YouTube) https://www.youtube.com/c/NarendraModi
नरेंद्र मोदी वाइफ नाम जशोदाबेन मोदी (Jashodaben Modi)
वेबसाइट www.narendramodi.in
पिता का नाम (father)  दामोदरदास मूलचंद मोदी (Damodardas Mulchand Modi)
माता का नाम (mother) हीराबेन मोदी (Hiraben Modi)

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गरीबी में भी था पुस्तकों से प्रेम

गुजरात के एक गांव वडनगर में 17 सितंबर 1950 को जन्मे नरेंद्र मोदी अपने छह बहिन भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। चाय की दुकान चलाने वाले दामोदर मूलचंद जो कि नरेंद्र के पिता थे, उनकी बालक मोदी मदद किया करते थे। माँ हिरा बेन भी दूसरों के घरों में काम कर परिवार चलाती थीं।

छोटे से घर में गरीबी में ज़िंदगी गुजारने वाले नरेंद्र को पढ़ने का बहुत शौक था।

चाय के स्टॉल पर काम करते हुए भी वो अपनी पढाई पर भी ध्यान देते थे और कई घंटों तक पुस्तकालय में पुस्तकें पढ़ा करते थे। 1967 में उन्होंने वडनगर से ही इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर ली थी।

Narendra Modi oath 2014

भाषण की कला

वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण नेता के रूप में उभरे नरेंद्र मोदी एक कुशल वक्ता थे। उन्हें वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना अच्छा लगता था। नाटक भाषण में पुरस्कार जीतना जैसे उनका रिवाज बन गया था। बोलने का ही की कला परिणाम है कि उनके दवारा की जाने वाले मन की बात के सभी दीवाने हैं।

मदद करने का था जुनून

दूसरों की सहायता करना जैसे उनका जुनून था। गुजरात में 1967 में आई भयंकर बाढ़ से प्रभावित लोगों की नरेंद्र ने काफी मदद की।

यही नहीं अपने स्कूल के दिनों में ही नरेन्द्र जी ने मेहसाना रेलवे स्टेशन पर भारत और पकिस्तान के युद्ध के दौरान जवानों से भरी ट्रेन में जाकर उनको चाय और खाना दिया करते थे।

नरेंद्र मोदी अपनी माँ के साथ
नरेंद्र मोदी अपनी माँ के साथ
नरेंद्र मोदी बचपन का फोटो
नरेंद्र मोदी बचपन का फोटो

स्वामी विवेकानंद जी से थे प्रभावित

नरेंद्र जी स्वामी विवेकानंद जी के भक्त थे। स्वामी विवेकानंद का शुरुआती नाम नरेंद्र था। 72 वर्षीय प्रधानमंत्री का नाम भी नरेंद्र था। स्वामी जी से मोदी बहुत प्रभावित थे उनके कार्यों से श्री मोदी ने प्रेरणा पायी और देशभक्ति की भावना भी पल्लवित हुई।

मोदी जी का विवाह

पशु -पक्षियों से प्रेम करने वाले मोदी जी का विवाह 13 साल की उम्र में उन्ही के गाँव में रहने वाली जशोदाबेन नाम की लड़की से हुआ था।

मोदी जी में सन्यास की भावना बचपन से ही थी। इसलिए विवाह उन्हें रास नहीं आया। बाद में समस्याओं के चलते उन्होंने घर ही छोड़ दिया।

उन्होंने अपना समय उत्तर पूर्व की यात्रा करने में लगाया और भारत के विभिन्न स्थानों पर भी गए।

RSS से जुड़ाव और राजनीती में आना

1971 में वे RSS से अहमदाबाद के प्रचारक के तौर पर जुड़े। उन्होंने देश सेवा की भावना के चलते अपना पूरा जीवन राजनीति को समर्पित किया।

R.S.S. के साथ मिलकर काम करते थे और जरुरत मंद लोगों की तकलीफों को समझकर उनकी सहायता करते थे।

काम करने के साथ साथ मोदी जी ने अपनी शिक्षा पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक किया की।

आपातकाल में वेश बदलकर भी देश की सेवा की सरकारी नीतियों का विरोध भी किया। उसी समय उन्होंने एक किताब भी लिखी—संघर्ष में गुजरात।

श्री नरेंद्र मोदी संपूर्ण जीवन यात्रा

 

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को ट्विटर पे फॉलो करें

 

सीएम और पीएम के रूप में मोदी

बीजेपी को गुजरात में बढ़ावा दिया। 15 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में गुजरात को मॉडल के रूप में पहचान दी। विकास किया। 2014 से प्रधानमंत्री बनने के साथ ही पुरे विश्व में भारत को विश्व गुरु बनाने की राह पकड़ ली है। विदेश यात्रायें कीं। दूसरे देशों में अपने भारत के व्यापार बढ़ाए।

 

कभी न छुट्टी लेने वाले श्री मोदी ने देश के लिए कई नई नई योजनाओं को चलाया।

जैसे स्वच्छ भारत अभियान, मेक इन इंडिया, प्रधान मंत्री जन धन योजना आदि । इन योजनाओं का लाभ लोग ले रहे हैं रोजगार कर रहे है आत्मनिर्भर बन रहे है। यही नहीं चीन को सबक सिखाया। आज संयुक्त संघ में भारत का महत्वपूर्ण स्थान है। आज भारत में काफी विकास भी हो रहा है।

कश्मीर से 370 हटाना, तीन तलाक पर बिल लाना, नोटबंदी जैसे फैसले लेना। या मोदी के बस की ही बात है। इसके पीछे है श्री मोदी का बिना थके और रुके दिन में 18 घंटे काम करना। अपने कामों के साथ अच्छी सेहत के लिए मोदी प्रतिदिन योग करते हैं।

 

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लेखक:

Manisha Upadhayay

Chief Editor of www.successkeys.in Manisha, Upadhaya is a Highly experienced Journalist. In the year 2008, she started her innings in the field of journalism from the Hindustan newspaper. She did excellent work in many newspapers including Amar Ujala, The Sea Express. For the last 15 years, she is the district correspondent of Doordarshan U.P. Also, Manisha Ji has been giving her services in Akashvani as a casual announcer for 15 years. She made a different identity in society through his news.

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