मुकाम तक पहुंचने के लिए 5 साल बिना पैसे के काम किया
पृथ्वी थिएटर के बाहर चाय स्टाल पर लोगों को चाय बाटी ताकि थिएटर से एक पल भी दूर ना हो और सीखते रहे। पांच साल बिना किसी क्रेडिट के कहानियां लिखी, जिससे एक अलग पहचान बन सके, इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा