A Real Business Success Story Hindi : Mba Chai Wala
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MBA चाय वाला-जिस काम से उड़ी हसीं उसी को बनाया पहचान
धंधा कोई छोटा या बड़ा नहीं होता हैं। MBA चाय वाला को कुंठित मानसिकता वाले लोगों द्वारा नीचा दिखाने के लिए चाय वाला बोलना जिसे उनके द्वारा अपनी कमजोरी न बनाकर संघर्ष कर उसी चाय के धंधे से अपनी पहचान बनाने वाले प्रफुल्ल बिलौरे का जीवन भारी संघर्षों से भरा हुआ हैं।
संघर्ष पूर्ण जीवन
अहमदाबाद का एक सामान्य लड़का जिसने संघर्षों से जूझते हुए एक मुकाम हाशिल किया।कॉलेज में थे फैल हो गए पढ़ाई छोड़ दी।और चाय बेचने लगे,चाय भी ऐसी बेची कि पूरा देश उन्हें चाय वाले के नाम से जानने लगा।मात्र 3 साल में हीं उन्होंने 4 करोड़ की कम्पनी खड़ी कर दी।
शुरुआती जीवन
प्रफुल्ल MBA करना चाहते थे IIM जैसे अच्छे संस्थान में पढ़ना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने CAT का एग्जाम दिया लेकिन फैल हो गए। CAT की परीक्षा में फेल होने के बाद प्रफुल्ल निराश रहने लगे थे, यहां तक कि कुछ दिन तक अपने आप को कमरे में बन्द कर लिया।
काफी परेशान रहें लेकिन अंततः उन्होंने अपने नौकरी अहमदाबाद में एक पिज़्ज़ा की दुकान पे 37 रुपये घण्टे में डिलीवरी बॉय पे लगा ली। इसी बीच उनका प्रोमोशन तो हुआ लेकिन उनके मन मे कहीं न कहीं अपना धंधा खोलने का विचार चल रहा था। लेकिन कम पूजी होने की वजह से उनको चाय की दुकान का आइडिया आया।
खोली चाय की टपरी लिए इंग्लिश में आर्डर
घर वालों से 8000 रुपये लिए और अहमदाबाद के SG हाइवे पे चाय का ठेला लगाना शुरू कर दिया।लेकिन शुरुआत में चाय का ठेला न चल सका।ऐसे में उन्होंने फैसला लिया कि लोग उनके पास चाय पीने आएं न आएं लेकिन वे चाय लोगो तक पहुँचायेगे।
प्रफुल्ल जब चाय लेकर लोगों के पास जाते और इंग्लिश में जब बात करते तो लोग हैरान रह जाते और इस प्रकार उनके ग्राहक बढ़ते चले गए और उनकी कमाई महीने में हजारों पे पहुँच गयी।
लोगों के एंटरटेनमेंट के लिए अपनी चाय की टपरी पे ही ओपन माइक लगवा देते थे।वेलेंटाइन डे पे उन्होंने सिंगल लोगों को फ्री में चाय पिलाई ये स्टोरी काफी वायरल हुई।
MBA चाय वाला A Business Success Story Hindi
उन्हें शादियों में स्टोल लगाने के आर्डर मिलने लगे।और MBA चाय वाला के नाम से फेमस हो गए। उन्होंने अपनी टी स्टोल का नाम मिस्टर बिलौरे अहमदाबाद चाय वाला रखा था, जिसे लोग शार्ट में MBA चाय वाला बोलने लगे औऱ फेमस हो गए।
समाज ने उड़ाई हसीं लेकिन उसी काम को बनाया पहचान
प्रफुल्ल के लिए अपना मुकाम हासिल करना आसान नहीं था।जब उन्होंने चाय के ठेला शुरू किया तो घर वालों,दोस्तों ने बहुत कुछ कहा।कई बार नगर निगम की टीम उनका ठेला उठाकर ले गयी कई बार उन्हें गुंडों द्वारा धमकाया भी गया।लोग उन्हें बेजत्त करने के लिए चाय वाला बुलाते थे, उन्हें इज्जत नहीं देते थे।
लेकिन आज यही उनकी पहचान हैं। उन्होंने सीख ली कि कोई काम करना है तो किसी की मत सुनो जो आपको सही लगे वही करो। कोई आपकी मदद के लिए आगे नहीं आएगा आपको खुद ही मेहनत करनी होगी।
प्रफुल्ल का business idea इतना फेमस हो चुका हैं कि लोग उनकी फ्रेंचाइजी लेने के लिए तैयार रहते हैं।
जब खुली देश भर में फ्रेंचाइजी
पूरे देश मे उनकी कुल 11 फ्रेंचाइजी हैं।वो मोटिवेशनल स्पीकर हैं और काफी कॉलेजों में लेक्चर भी दे चुके हैं। प्रफुल्ल फ्रेंचाइजी से ही पैसे नहीं कमाते हैं वे शादियों में भी चाय बनाने जाते हैं और एक दिन के 50हजार लेते हैं।
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वे शायर बाजार में भी पैसे इन्वेस्ट करते हैं। उनका सपना हैं कि हर्ट केंसर जैसी बीमारी से पीड़ित करीब 100 लोगो के लिए वे 1से लेकर 10लाख रुपये तक का फंड जुटाना चाहते हैं जिसके लिए उन्होंने चाय मैराथन का आयोजन कराने की ठानी हैं।
Great Thought @Prafull_mbachai Bhaiii
You Are The Inspiration Of The Youth 🤞🏻💯#CHAIKALADLA pic.twitter.com/LIGm92CBcw— yash_yaarana (@YaaranaYash) September 25, 2021
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लेखक:
लेखक, समाज सेवी एवं गौसेवा में समर्पित जीव प्रेमी