मोटिवेशनल स्टोरी : जब देश प्रेम उमड़ा तो विदेश की लाखों की नौकरी, कारोबार छोड़ कर बने IAS

अभिषेक सुराणा: Best IAS Success Story in Hindi

Abhishek Surana IAS Success Story in Hindi
Abhishek Surana IAS Success Story in Hindi

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IAS टॉपर अभिषेक सुराणा (AIR-10) की सफलता की कहानी

सिविल सेवा की तैयारी करने के लिए तमाम लोग लाखों की नौकरी छोड़ देते हैं और UPSC में सफलता प्राप्त करते हैं।

ऐसी ही एक कहानी आज आपको बतायें कि किस प्रकार लंबे संघर्षों के बाद अभिषेक सुराना बने IAS,अभिषेक सुराना एक ऐसा शख्श जिसने विदेश की एक बहुत अच्छी job एवं Business छोड़कर भारत आ गये औऱ अपने देश के लिए कुछ करने का सोचा और UPSC की तैयारी शुरू की।

अभिषेक को एक लंबे संघर्ष के बाद चौथे प्रयास में यहां सफलता मिलीं औऱ वे बने IAS,उनकी सफलता की कहानी बहुत रोचक हैं। एक बेहतर जॉब और अच्छी सैलरी पाने वाले शख्श ने अपना सपना पूरा करने के लिए की कठिन मेहनत तब जाकर साकार हुआ उनका वो ख्वाब जो उन्होंने देखा था।

आइये बताते हैं उनके संघर्षों के बारे में.

पूरा नाम (Full Name) अभिषेक सुराणा (Abhishek Surana IAS)
जन्मदिन (Birth Date) 2 अक्टूबर, 1869
जन्म स्थान (Birth Place) भीलवाड़ा (Bhilwara), राजस्थान
राजनैतिक पार्टी (political party) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस(Indian National Congress)
शिक्षा (Education)  B.Tech (Electrical Engineering) – IIT Delhi 2008-2011

Central Academy, Bhilwara

धर्म (Religion) हिंदू (Hindu)
भाषा का ज्ञान (Language)  हिंदी, अंग्रेजी, स्पेनिश
कद (Height)  164 सेन्टीमीटर
पेशा (Occupation) राजनीतिज्ञ [Politician], वकालत [advocacy], पत्रकारिता [Journalism], दार्शनिक [Philosopher],

क्रांतिकारी [Revolutionary]

Mahatma Gandhi wife name (पत्नी का नाम) कस्तूरबा गांधी (Kasturba Gandhi)
बच्चों के नाम हरिलाल मोहनदास गांधी

मणिलाल गाँधी

रामदास गांधी

देवदास गांधी

पिता का नाम (father)  करमचंद गाँधी (Karamchand Gandhi)
माता का नाम (mother) पुतलीबाई करमचंद गांधी (Putlibai Karamchand Gandhi)

IIT दिल्ली से की Engineering

अभिषेक सुराना की 12वीं तक कि पढ़ाई राजस्थान के भीलवाड़ा से पूरी हुई। वे पढ़ने में बहुत तेज थे जिसके चलते उन्होंने 12वीं के बाद IIT Entrance की परीक्षा पास कर ली और IIT दिल्ली से Engineering की डिग्री प्राप्त की।

इसके बाद उन्हें विदेश में एक अच्छी नौकरी मिल गयीं, कुछ सालों तक नौकरी करने के बाद उनके मन में Business करने की इच्छा जागीं जिसके लिए उन्होंने एक और देश में Bussiness शुरू किया।

हालांकि कुछ समय बाद उनका मन business से भी हट गया, और उन्होंने अपने देश की सेवा करने के उद्देश्य से भारत लौटकर UPSC की तैयारी करने का निर्णय लिया और वे भारत आगये औऱ उन्होंने India आकर UPSC की तैयारी शुरू करदी।

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ऐसा रहा UPSC की सफलता का सफर

अभिषेक सुराना ने भारत लौटकर UPSC की तैयारी शुरू करदी औऱ अपना पूरा ध्यान अपने लक्ष्य IAS बनने पे लगा दिया।उन्होंने जब पहली बार UPSC की परीक्षा दी तो उन्हें सफलता नहीं मिलीं जिससे उन्हें बहुत निराशा हुई लेकिन उन्होंने निराशा में आशा को देखते हुए अपनी मेहनत जारी रखीं लेकिन उन्हें दूसरे प्रयास में भी सफलता नहीं मिलीं।

Abhishek Surana IAS A Success Story in Hindi
Abhishek Surana IAS A Success Story in Hindi

लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखीं और तीसरी बार में UPSC परीक्षा पास करली लेकिन उनकी All India Rank 250 आई। इस रेंक के अनुसार उन्हें IAS सेवा नहीं मिलीं। उन्होंने अपने इरादों को औऱ मजबूत किया और एक औऱ प्रयास करने का निर्णय किया और तैयारी में जुट गए।

2017 में चौथे प्रयास में उन्होंने All India Rank 10 हाशिल कर IAS बनकर अपना सपना पूरा किया और ये साबित किया कि मेहनत के दम पे आप कुछ भी हाशिल कर सकते हों।

दो प्रयासों में असफल होने के बावजूद उन्होंने निराशा में आशा देखीं और अपनी मेहनत जारी रखीं और जबतक IAS बनने का लक्ष्य पूरा नहीं कर लिया तब तक उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखीं।

 

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युवाओं को अभिषेक का संदेश-

अभिषेक सुराना ने युवाओं को सलाह देते हुए बताया कि UPSC की तैयारी में सबसे पहले अपनी प्री परीक्षा पे फोकस करना चाहिए।

जब आप प्री परीक्षा पास करलें उसके बाद आप मेंस परीक्षा के लिए आप एक विस्तृत रणनीति बनाएं और मेहनत करें।उनके अनुसार UPSC में रणनीति का भी एहम योगदान रहता हैं।

अभिषेक कहते हैं कि UPSC में आप सीमित किताबों के साथ तैयारी करें औऱ अधिक से अधिक रिवीजन करें।

जितना हम रिवीजन और आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करेगें उतना ही हमें परीक्षा में लाभ मिलेगा।

बार बार होने वाले वाले रिवीजन और आंसर राइटिंग से आप परीक्षा के दौरान आसान प्रश्नों के जबाब कम समय में दे पाएंगे जिससे आपको कठिन प्रश्नो के उत्तर के लिए भरपूर समय मिलेगा जिसमें आप पूर्ण एकाग्रता से परीक्षा को अच्छे से दे सकेंगे।

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अगर इस कहानी में कुछ गलत जानकारी है तो कृपया comments में हमे बताए, हम उस को सुधारेंगे|

लेखक:

Kalpesh Sharma

लेखक, समाज सेवी एवं गौसेवा में समर्पित जीव प्रेमी

2 thoughts on “मोटिवेशनल स्टोरी : जब देश प्रेम उमड़ा तो विदेश की लाखों की नौकरी, कारोबार छोड़ कर बने IAS”

  1. बहुत ही बेहतर जानकारी साझा की जाती हैं।

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  2. No doubt its authentic and original content, this story is very inspiring, we need such examples to motivate our kids in the same direction

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