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IPS Best Motivational Success Story In Hindi
अगर आप में मेहनत करने का जज्बा है तो आप अपने सभी ख्वाबों को पूरा कर सकते हैं ऐसा ही करके दिखाया अपनी मेहनत से एन. अंबिका ने, यह उनकी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि वह आज एक सफल आईपीएस ऑफिसर है पर यह रास्ता उनके लिए सरल ना था कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा तब जाकर वह एक आईपीएस अफसर बनी..
एन अंबिका मूल रूप से तमिलनाडु की रहने वाली है। इनके घर वालों ने इनकी शादी 14 वर्ष की उम्र में ही तमिलनाडु में कार्यरत एक पुलिस कांस्टेबल से कर दी थी जिसकी वजह से 18 वर्ष की आयु में ही वह मां बन गई थी उनकी जिंदगी में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था लेकिन एक घटना ने उनकी जिंदगी को ही बदल कर रख दिया और यही घटना उनके लिए मील का पत्थर साबित हुई और उनके जीवन का लक्ष्य भी उन्हें मिला जिसके कारण वह एक सफल आईपीएस ऑफिसर बनी।
दरअसल एक बार जब वह अपने पति के साथ गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को पुलिस की परेड देखने गई तो वहां उन्होंने देखा कि उनके पति ऊंची रैंक के अधिकारियों को सलूट कर रहे थे घर आने पर जब अंबिका ने अपने पति से पूछा कि वह उच्च अधिकारी कौन थे तब उन्होंने बताया कि वह आईपीएस अधिकारी थे इसके बाद वह अपने पति से आईपीएस बनने के तरीके और पद के मिलने वाले सम्मान के बारे में जानकारी ली यूपीएससी की जानकारी लेने के बाद अंबिका ने भी सिविल सर्विस एग्जाम देने का फैसला किया।
शादी के बाद शुरू की रुकी हुई पढ़ाई
कम उम्र में शादी और फिर मां बनने के कारण उनकी पढ़ाई छूट गई थी जिसके कारण उन्हें फिर से पढ़ाई शुरू करनी पड़ी अंबिका में आईपीएस बनने की इतनी लगन थी कि उन्होंने अपने पति से यूपीएससी की पूरी जानकारी लेने के बाद अपनी रुकी हुई पढ़ाई को दोबारा शुरू किया |
उसके लिए उन्होंने एक प्राइवेट कोचिंग सेंटर से दसवीं की परीक्षा पास की फिर डिस्टेंस लर्निंग से 12वीं और ग्रेजुएशन किया ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद अंबिका ने यूपीएससी की तैयारी की।
हर पल पति ने किया था सपोर्ट
कहते हैं कि हर हर सफल व्यक्ति के पीछे किसी ना किसी का हाथ होता है इसी तरह अंबिका की सफलता के पीछे भी उनके पति का बहुत बड़ा हाथ है|
अंबिका अपने परिवार के साथ तमिलनाडु की डिंडीगुल नामक एक छोटे से कस्बे में रहती थी जहां पर यूपीएससी की तैयारी के लिए कोई कोचिंग सेंटर नहीं था, जिस कारण अंबिका को चेन्नई में रहकर यूपीएससी की तैयारी करनी थी इस दौरान उनके पति ने उनका सपोर्ट किया और चेन्नई में ही उनके रहने और खाने का इंतजाम किया अंबिका की पढ़ाई किसी तरह से डिस्टर्ब ना हो इसके लिए उन्होंने नौकरी के साथ-साथ बच्चों को भी अपने साथ रखा और संभाला।
परिवार ने कहा बस, अब वापस आ जाओ
तीन बार असफल होने पर जब अंबिका के पति ने उनसे वापस आने को कहा । अंबिका ने यूपीएससी की परीक्षा के लिए बहुत मेहनत की लेकिन सफलता उन्हें इतनी आसानी से प्राप्त नहीं हुई वह 3 बार इस परीक्षा में असफल रही |
जिससे उनके पति और परिवार वाले भी बहुत निराश हो गए और उन्हें वापस घर लौट आने को कहा परंतु अंबिका ने निराश होकर हाथ नहीं मानी और उन्होंने पति से एक आखिरी मौके को देने के लिए कहा जिसमें उनके पति ने उनका साथ दिया और उन्होंने 2008 में यू पी एस सी का एग्जाम दिया, जिसमें वह सफल रही और उनका चयन हो गया।
उन्हें 2008 में ऑल इंडिया 112 रैंक मिली। अंबिका की पहली पोस्टिंग महाराष्ट्र की में हुई, अंबिका अभी महाराष्ट्र के मुंबई में जोन-4 की डीएसपी है।
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लेखक:
लेखक, समाज सेवी एवं गौसेवा में समर्पित जीव प्रेमी